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Showing posts from March, 2017

दिल की बात

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मुझे नहीं पता प्यार क्या होता है ? बस तुम अच्छे लगते हो। ऐसा लगता है मानो तुम्हारी खुशियां मेरी जिंदगी है। तुम्हारे दिल की हर ख्वाईश पूरी करना मेरी तम्मना। बस डर लगता है किसी मोड़ पर मुझे अकेला मत छोड़ देना नहीं तो ये धड़कन वही रुक जाएगी क्योंकि धड़कन को तुझे महशूस किए बगैर धड़कने की आदत नही।

-------------प्यार एक धोखा -----------

मेरी अंतिम कहानी .... गर्ल्स इस कहानी को अवश्य पढ़े तथा इसे अपने खास दोस्तों को बताना और पढ़ाना आपका फर्ज बनता है ... ताकि उनके साथ ऐसा ना हो। ----------------- प्यार एक धोखा -------------- Written BY - Raj Sinha सभी लडकियों का एक सपना होता है ... उसका पति या बॉयफ्रेंड राज सिन्हा की कहानियों सा हो. रानी का भी यहीं सपना था ... उसके माँ और पिता दोनों जॉब करते थे. हमेशा बिजी रहते थे ..... रानी अकेली रहती ... उदास .... सपनों और राज सिन्हा के कहानियों में .... रानी के बारे में बता दू .... बहुत ही खुबसुरत लडकी लम्बे बाल, गोल चेहरा, खुबसुरत खिला बदन ... उम्र   18-19 की शर्मीली और मासूम लडकी. उसे तो बहुत लड़को ने प्रपोज किया बट प्यार नहीं हुवा ..... तभी एक दिन खुबसुरत सा नौजवान राज ने उसे प्रपोज किया ........ वो हमेशा उसका ख्याल रखता हमेशा उसकी इच्छा पूरी करता .... मुह को ढक उसके साथ बाइक पर निकल जाती ... दो महीने में जबरदस्त प्यार हो गया .... बिना बात किए दोनों को चैन नहीं. इधर रानी के माँ-पिता उसके लिए लड़का ढूंढने शुरू कर दिए ... राज को पता चली तो

मुझे भी मोहब्बत है तुमसे

आप सभी से रिक्वेस्ट है इसे एक बार जरुर पढ़े .... और अगर पसंद आये तो लाइक, शेयर और कमेंट करे .. ........मुझे भी मोहब्बत है तुमसे........ Written By – Raj Sinha कहानी की शुरुवात....इंगेजमेंट से होती है वहा कुछ लड़के-लड़कियाँ (दुल्हन के दोस्त) आपस में ये शर्त लगाने की बात करते है.... संजना - अंजली की 20 दिन बाद शादी है अगर उसे इन बीस दिनों के अंदर कोई अपने प्यार के जाल में फसा ले तो मैं उसे 20 हजार रूपये दूंगी ..... अनूप – ये कभी सम्भव नहीं है कॉलेज में किसी से फसी नहीं और बीस दिनों में फसेगी.... मैं शर्त नहीं लगाऊंगा ... रानी – (तेज आवाज में) अंजली को कोई अपने प्यार के जाल में फसा लेगा तो मैं उसके लिए कुछ भी कर सकती हूँ ... कुछ भी... संजना – मैं भी... बोलो शर्त मंजूर है .... “मुझे मंजूर है ...” एक लड़का हाथ में सूटकेश का रड लिए नजदीक आता है .... संजना – क्या बात है .... नाम क्या है आपका ... राज – राज ... संजना – राज सिन्हा की कहानियों से निकल कर बाहर आ गया क्या राज ....??? हाँ हाँ हाँ .. (सभी हसने लगते है) “तो तुम्हें हमारी शर्त मंजूर है ... अगर तुम शर्त जित गये तो मैं तुम्हार

An old golden story

पढियेगा जरूर बेहद खूबसूरत पोस्ट है जिसे पढ़कर शायद आप भावुक हो जाए.. .🍃🌹🍃👌🏻🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃 एक बाग मेँ एक फूल पर एक भँवरा और एक तितली बैठा करते थे.... कुछ समय बाद वो एक दूसरे से मोहब्बत करने लगे थे......🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃 वक्त के साथ उनकी मोहब्बत इतनी गहरी हो गयी थी. कि उनमेँ से एक दूसरे को नहीँ देखता तो वो बेचैन होने लगते थे....., एक दिन तितली ने भँवरे से कहा.... कि मैँ तुमसे जितना प्यार करती हुँ तुम उतना प्यार नहीं करते....🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃 इस बात को लेकर दोनों में शर्त लग गयी. कि जो ज्यादा प्यार करता है.. वो कल सुबह इस फूल पर पहले आकर बैठेगा.....,.🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃 शाम को इस शर्त के साथ दोनो घर चले गये....., जबरदस्त ठंड होने के बावजूद तितली सुबह जल्दी आकर फूल पर बैठ गयी.... लेकिन भँवरा अभी तक नहीँ आया था..... तितली बहुत खुश थी क्योंकि वो शर्त जीत चुकी थी..... कुछ देर बाद धूप से फूल खिला तो तितली ने देखा कि🍃🌹🍃🌹🍃🌹🍃👌🏻🍃 भँवरा फूल के अँदर मरा पडा है.... क्योंकि वो शाम को घर गया ही नहीँ था और ठंड से मर गया............,...... इसलिये कहता हुँ.

*हरिवंशराय बच्चनजी की सुन्दर कविता*

अगर बिकी तेरी *दोस्ती* तो पहले *ख़रीददार* हम होंगे ... तुझे ख़बर न होगी तेरी *क़ीमत* पर तुझे पाकर सबसे *अमीर* हम होंगे दोस्त साथ हो तो रोने में भी *शान* है दोस्त ना हो तो *महफिल भी *श्मशान* है सारा खेल दोस्ती का है ऐ मेरे *दोस्त* वरना *जनाजा और बारात* एक ही समान है *सारे दोस्तो को समर्पित*..